रूप तेरा मस्ताना … आज की पीढ़ी रीमिक्स को ही असल गीत समझने लगी है। ये कोई अचरज की बात भी नहीं क्योंकि गीतों… Continue reading “रूप तेरा मस्ताना …”…
40 साल पहले का नया-नवेला और अलबेला मेडले ये उन दिनों की बात है जब ‘हम किसी से कम नहीं’ की शूटिंग चल रही थी। एक गाने की… Continue reading “40 साल पहले का नया-नवेला और अलबेला मेडले”…
‘साहिब बीबी और गुलाम’ के गुलाम विमल मित्रा के एक क्लासिक उपन्यास पर आधारित ‘साहिब बीबी और गुलाम’ पिछली सदी की कुछ बेहतरीन हिंदी फिल्मो में… Continue reading “‘साहिब बीबी और गुलाम’ के गुलाम”…
14 मार्च 1931: जब मूक फिल्मों को आवाज मिली भारतीय फिल्मो के बारे में थोड़ी जानकरी रखने वालों से भी यदि पूछा जाए कि पहली फिल्म कौन सी थी… Continue reading “14 मार्च 1931: जब मूक फिल्मों को आवाज मिली”…
जब संतूर के शहंशाह ने तबले पर छोड़ी छाप … बात उन दिनों की है जब पंडित हरि प्रसाद और विश्व विख्यात मशहूर संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा सचिन… Continue reading “जब संतूर के शहंशाह ने तबले पर छोड़ी छाप …”…
जमींदारी बचपन का गया आज मैं शहर से वापस गाँव लौटा था। पूरे पसियाने में चहल-पहल थी। आस-पड़ोस की औरतें मेरे… Continue reading “जमींदारी”…