चित्रगुप्त सी.जी.श्रीवास्तव अपने कुछ समकालीन संगीतकारों की तुलना में कम आँके जाते हैं, लेकिन उन्होंने हिंदी फिल्मों में अपने लंबे… Continue reading “चित्रगुप्त”…
रूप तेरा मस्ताना … आज की पीढ़ी रीमिक्स को ही असल गीत समझने लगी है। ये कोई अचरज की बात भी नहीं क्योंकि गीतों… Continue reading “रूप तेरा मस्ताना …”…
अप्रतिम पंचम दा कहा जाता है कि किसी भी शोर को आवाज़ बनाते हुए उसे धुन में बदल देने वाले जादूगर थे पंचम… Continue reading “अप्रतिम पंचम दा”…
40 साल पहले का नया-नवेला और अलबेला मेडले ये उन दिनों की बात है जब ‘हम किसी से कम नहीं’ की शूटिंग चल रही थी। एक गाने की… Continue reading “40 साल पहले का नया-नवेला और अलबेला मेडले”…
‘साहिब बीबी और गुलाम’ के गुलाम विमल मित्रा के एक क्लासिक उपन्यास पर आधारित ‘साहिब बीबी और गुलाम’ पिछली सदी की कुछ बेहतरीन हिंदी फिल्मो में… Continue reading “‘साहिब बीबी और गुलाम’ के गुलाम”…
भोजपुरी सिनेमा के तीन अध्याय अध्याय – एक भोजपुरी सिनेमा की दशा और दिशा के पड़ताल पर यह श्रृंखलाबद्ध लेख लिखते हुए एक दावात्याग… Continue reading “भोजपुरी सिनेमा के तीन अध्याय”…
भोजपुरी सिनेमा के तीन अध्याय – भाग: तीन … गतांक से आगे 1990 के दशक में आ रहे तथाकथित लोकगीतों के भोजपुरी कसेट्स और वीडियो एलबम में अधिकांश… Continue reading “भोजपुरी सिनेमा के तीन अध्याय – भाग: तीन”…
14 मार्च 1931: जब मूक फिल्मों को आवाज मिली भारतीय फिल्मो के बारे में थोड़ी जानकरी रखने वालों से भी यदि पूछा जाए कि पहली फिल्म कौन सी थी… Continue reading “14 मार्च 1931: जब मूक फिल्मों को आवाज मिली”…
जब संतूर के शहंशाह ने तबले पर छोड़ी छाप … बात उन दिनों की है जब पंडित हरि प्रसाद और विश्व विख्यात मशहूर संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा सचिन… Continue reading “जब संतूर के शहंशाह ने तबले पर छोड़ी छाप …”…
भोजपुरी सिनेमा के तीन अध्याय – भाग: दो … गतांक से आगे 1967-77 के दस साल भोजपुरी सिनेमा एक अदद फिल्म के लिए हहरता रहा, छछनता रहा। पत्थल… Continue reading “भोजपुरी सिनेमा के तीन अध्याय – भाग: दो”…
जमींदारी बचपन का गया आज मैं शहर से वापस गाँव लौटा था। पूरे पसियाने में चहल-पहल थी। आस-पड़ोस की औरतें मेरे… Continue reading “जमींदारी”…
भोजपुरी सिनेमा के तीन अध्याय – भाग: एक भोजपुरी सिनेमा की दशा और दिशा के पड़ताल पर यह श्रृंखलाबद्ध लेख लिखते हुए एक दावात्याग देना आवश्यक है, वरना… Continue reading “भोजपुरी सिनेमा के तीन अध्याय – भाग: एक”…
गौरवान्वित करती वीरगाथा: तानाजी, द अनसंग वॉरियर दीपिका पादुकोण जेएनयू गईं। वहां काफी ‘क्रांतिकारी’ बातें हुईं। देश में क्रांति तो नहीं आई लेकिन ट्विटर पर हाहाकार… Continue reading “गौरवान्वित करती वीरगाथा: तानाजी, द अनसंग वॉरियर”…
अच्छा हो या बुरा, पर ‘बिग बॉस’ तो है … आवाज़ में एक अलग जादू होता है। किसी की आवाज़ दिन बना देती है तो किसी की आवाज़ दिन खराब… Continue reading “अच्छा हो या बुरा, पर ‘बिग बॉस’ तो है …”…