चित्रगुप्त

चित्रगुप्त

  सी.जी.श्रीवास्तव अपने कुछ समकालीन संगीतकारों की तुलना में कम आँके जाते हैं, लेकिन उन्होंने हिंदी फिल्मों में अपने लंबे…

संगीत के एक युग का पटाक्षेप

“मैं भगवान के लिए गाता हूं”, पंडित जसराज ने एक साक्षात्कार में कहा था। वह अपने संगीत के माध्यम से…
40 साल पहले का नया-नवेला और अलबेला मेडले

40 साल पहले का नया-नवेला और अलबेला मेडले

ये उन दिनों की बात है जब ‘हम किसी से कम नहीं’ की शूटिंग चल रही थी। एक गाने की…
‘साहिब बीबी और गुलाम’ के गुलाम

‘साहिब बीबी और गुलाम’ के गुलाम

विमल मित्रा के एक क्लासिक उपन्यास पर आधारित ‘साहिब बीबी और गुलाम’ पिछली सदी की कुछ बेहतरीन हिंदी फिल्मो में…
रूही – एक पहेली: भाग-38

रूही – एक पहेली: भाग-38

मोहित एयरपोर्ट पहुँचा तो देखा कोचीन की फ्लाइट कैंसिल हो गयी थी। सामने चंडीगढ़ की फ्लाइट थी, टिकट लिया और…
रुही – एक पहेली: भाग-35

रुही – एक पहेली: भाग-35

“तुम तो नहीं आने वाले थे”, दीपाली गुस्से में बोली “तुम्हे अकेला कैसा छोड़ देता डार्लिंग” बैग रामसिंह ने उठाया…
रूही – एक पहेली: भाग-27

रूही – एक पहेली: भाग-27

1 जून 2017 “बताओ भाई कैसे मैंनेज करोगे” “आप ही सजेस्ट करो कुछ” “ह्म्म्म….” “मुझे भी नहीं समझ आ रहा”…
रूही – एक पहेली: भाग-25

रूही – एक पहेली: भाग-25

जलेबी जंक्शन से आधा किलो जलेबी के साथ दही भी पैक कराया मोहित ने। गरम-गरम इमरती भी उतर रही थी…
रूही – एक पहेली: भाग-20

रूही – एक पहेली: भाग-20

शाम हो रही थी,हलकी सी कुनमुनी सी ठण्ड की चादर घेरने लगी थी शाम को। यहाँ-वहाँ देखा, कोई नहीं दिखा,…
रूही – एक पहेली: भाग-15

रूही – एक पहेली: भाग-15

रास्ते कैसे भी हों टेड़े-मेंढे, उलटे-सीधे, लंबे। अगर आपका हमसफ़र आपका हमनशीं भी है तो तो मंज़िल तक कौन जाना…
रूही – एक पहेली: भाग-14

रूही – एक पहेली: भाग-14

मोहित की आँख सुबह घण्टियों की आवाज़ से खुली, खिड़की से झाँक कर देखा कुछ दिखाई नहीं दिया, सुबह हुई…
14 मार्च 1931: जब मूक फिल्मों को आवाज मिली

14 मार्च 1931: जब मूक फिल्मों को आवाज मिली

भारतीय फिल्मो के बारे में थोड़ी जानकरी रखने वालों से भी यदि पूछा जाए कि पहली फिल्म कौन सी थी…

जब संतूर के शहंशाह ने तबले पर छोड़ी छाप …

बात उन दिनों की है जब पंडित हरि प्रसाद और विश्व विख्यात मशहूर संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा सचिन…