ऑनलाइन योग और मेरी साँसें

ऑनलाइन योग और मेरी साँसें

  कोविड महामारी से दुनिया की साँसें एवरेस्ट-कन्याकुमारी हो रही हैं। वहीं मैं लॉकडाउन में अपने ही घर पर कभी…

विपक्ष में भिया का कोई तोड़ नहीं

राजनीति में हमारे भिया का पक्ष-विपक्ष में कोई तोड़ नहीं है। उनके हर बयान में कूटनीति कूट-कूट कर भरी रहती…
आनंद कुमारस्वामी

आनंद कुमारस्वामी

“आनंद कुमारस्वामी!” एक दिन ट्विटर पर एक दोस्त ने कहा, “तुमने उनके बारे में नहीं सुना? उन्हें अवश्य और तत्काल…
हिन्दी पखवाड़े में माड़साब

हिन्दी पखवाड़े में माड़साब

जैसे जैसे हिन्दी पखवाड़ा के दिन आते हैं माड़साब को लगता है कि हिन्दी के ‛अच्छे दिन’ आने ही वाले…
 मंच, माला, माईक और नेताजी का भाषण

 मंच, माला, माईक और नेताजी का भाषण

कोराना काल में सबसे अधिक क्षति या घोर कमी  यदि किसी क्षेत्र में हुई है तो वह नेताओं के सबसे…

मिंटो ब्रिज दुर्घटना से सीख

दिल्ली के जिस ब्रिज पर कभी खड़े होकर हिंदी साहित्य के दो दिग्गज कथाकार विष्णु प्रभाकर और भीष्म साहनी देश…
मंडली की पहली वर्षगाँठ

मंडली की पहली वर्षगाँठ

  आज मंडली का एक वर्ष पूरा हो गया। इंटरनेट पर हिन्दी में पठनीय सामग्री उपलब्ध कराने की यह यात्रा…

हमेशा के लिए अवरूद्ध

चारों ओर अंधकार था। इस घुप्प अंधकार में वह पुच्छल तारे जैसा जीव अपने निर्धारित मार्ग पर चलता हुआ अपने…
अपनी पीठ थपथपाने के नुख्खे

अपनी पीठ थपथपाने के नुख्खे

लॉक -डाउन  के दौरान निठ्ठलापन क्या-क्या नहीं कराता। अपनी पीठ थपथपाने की चेष्टा की लेकिन यह असंभव सा कार्य लगा। वर्तमान…

लॉकडाउन में लेखन – एक प्रयोग

विगत कुछ मासों से कुछ भी नहीं लिखा था – कुछ कर्म की व्यस्तता में, कुछ निठल्लेपन के कारण।व्यंगोक्ति देखिये कि…
एक सकारात्मक आह्वान – जनता कर्फ्यू

एक सकारात्मक आह्वान – जनता कर्फ्यू

चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस अब वैश्विक महामारी बन चुका है। अब तक इसके 2.5 लाख…
जीवट और जिजीविषा के परीक्षा की घड़ी

जीवट और जिजीविषा के परीक्षा की घड़ी

विश्व के अनेक देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है। इरान, इटली और स्पेन जैसों देशों में हाहाकार…
तेरी याद आ रही है, तू कब आ रही है

तेरी याद आ रही है, तू कब आ रही है

    खिड़की से छनती धूप अब बिस्तर तक आ रही है सिरहाने रखी चाय कब से धुआँ उठा रही…

दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम: एक विवेचना

दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम आ चुके हैं। आम आदमी पार्टी की सीटें 67 से घटकर 62 हो गयी हैं, जिसका…
इन्हें चिंदियों में हिंदुस्तान चाहिए!

इन्हें चिंदियों में हिंदुस्तान चाहिए!

अरुंधती राय को कौन नहीं जानता? चिंदियों का देवता (गॉड आफ स्माल थिंग्स) नामक उपन्यास के लिए इन्हें बुकर पुरस्कार…

नागरिकता संशोधन विधेयक: देर आए दुरुस्त आए

नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी पास हो गया है। राष्ट्रपति के विधेयक पर हस्ताक्षर के…
जोतकर नहीं जीतकर आया हूँ

जोतकर नहीं जीतकर आया हूँ

मेरा उद्यम ऐसा है कि फुरसत मुझे मिलती नहीं, फ्री कभी मैं होता नहीं। कभी क्लाइंट की खुशी के लिए…
शिवसेना आत्मघाती कदम की ओर

शिवसेना आत्मघाती कदम की ओर

महाराष्ट्र में चुनाव परिणाम आने के करीब 15 दिन के बाद कल बहुत सारे राजनीतिक उठा-पटक, आरोप प्रत्यारोप, शह-मात, बयानबाजी…

पर्यावरण प्रदूषण के कारक

देश की राजधानी दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र कहे जाने वाले कुछ अन्य शहर पिछले एक सप्ताह से दमघोंटू हवा…
जो फिट है वो हिट है

जो फिट है वो हिट है

कुदरती काया को कांतिमान, कमनीय, करिश्माई, और कातिल बनाए रखने के लिए कयामत की क्रेज के बीच कमाल की कॉमेडी…

निश्चल सा कच्चा सा प्रेम

दिन के एक बजे दिल्ली की उमस वाली गर्मी में मैं मेट्रो स्टेशन पर खड़ा पगला रहा हूँ। क्लाइंट को…
सावरकर: उन्होने दूसरा रास्ता चुना!

सावरकर: उन्होने दूसरा रास्ता चुना!

युद्ध का माहौल हो और आपका देश जल रहा हो। दुश्मन अत्याचार कर रहे हों, आप और पूरा देश लड़ाई…
चिदूगेट के बाद धरने पर लोकतंत्र

चिदूगेट के बाद धरने पर लोकतंत्र

देश के पूर्व गृह व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की गिरफ्तारी पर पूरे देश ने राहत की साँस ली है।…

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है!

मनुष्य सामाजिक प्राणी है, ऐसा मनुष्य अपने आप को कहता है। पशु-पक्षी-वृक्ष आदि इस विषय में क्या सोचते हैं, इस…
बच्चों में भी भेद!

बच्चों में भी भेद!

अनदेखे ख़्वाबों की दो आँखें, जिन्होंने स्वप्न देखने की आयु से पूर्व दु:स्वप्न देख आँखें मूँद लीं। जो क़दम अभी…
क्या होगा कश्मीर में

क्या होगा कश्मीर में

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के हालिया जम्मू-कश्मीर दौरे के बाद राज्य में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती में भारी बढ़ोतरी…
कम्पट वाले बाबा

कम्पट वाले बाबा

युवावस्था एक बहता दरिया है जिसमे उमंग की तरंगें उठतीं हैं और उत्साह हिलोरें मारता है। इस बहाव में प्रवाह…

अनुराग दीक्षित

अनुराग दीक्षित

एक तकनीकवेत्ता और विपणन विशेषज्ञ होते हुए भी लेखक भावनात्मक कहानियाँ लिखते हैं। इसके अतिरिक्त वह सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखते हैं। तकनीक, विज्ञान और अर्थव्यवस्था भी उनके आलेख के विषय हैं।

लेखक की अनेक रचनाएँ ‘ऑप इंडिया’ और ‘लोपक.इन’ पर प्रकाशित हो चुकी हैं। लेखक आइआइटी मुम्बई अलुमनस हैं और संप्रति एक टेक्नोलॉजी कंपनी में कार्यरत हैं। साथ ही वह एक नव-उद्यम के प्रणेता हैं।

ट्विटर संपर्क सूत्र: @bhootnath

रचनाएं

मनीष श्रीवास्तव

मनीष श्रीवास्तव

लेखक मुख्य रूप से भावनात्मक कहानियाँ और मार्मिक संस्मरण लिखते हैं। उनकी रचनाएँ आम बोलचाल की भाषा में होती हैं और उनमें बुंदेलखंड की आंचलिक शब्दावली का भी पुट होता है। लेखक का मानना है कि उनका लेखन स्वयं की उनकी तलाश की यात्रा है।

लेखक ‘मंडली.इन’ के लिए नियमित रुप से लिखते रहे हैं। उनकी रचनाएँ ‘ऑप इंडिया’ में भी प्रकाशित होती रही हैं। उनके प्रकाशित उपन्यास का नाम ‘रूही – एक पहेली’ है। उनका एक अन्य उपन्यास ‘मैं मुन्ना हूँ’ शीघ्र ही प्रकाशित होने वाला है। लेखक एक फार्मा कम्पनी में कार्यरत हैं।

ट्विटर संपर्क सूत्र: @Shrimaan

रचनाएं

मुकुल मिश्र

मुकुल मिश्र

लेखक मुख्य रुप से राजनीतिक आलेख लिखते हैं। उनकी विषयवस्तु समसामयिक राजनीति से लेकर स्वतंत्रता के बाद के भारत का राजनीतिक इतिहास है। वह विषयवस्तु की वस्तुनिष्ठ विवेचना करते हैं। राजनीतिक मुद्दों की गहरी समझ के साथ वह आरएसएस संबंधी मामलों के जानकार समझे जाते हैं।

लेखक नियमित रुप से लोपक.इन के लिए लिखते रहे हैं। उनके लेख ‘द प्रिंट’ में भी प्रकाशित हो चुके हैं। लेखक पेशे से एकाउंटेन्ट हैं।

ट्विटर संपर्क सूत्र: @MukulKMishra

रचनाएं

अंकिता सिंह

अंकिता सिंह

लेखिका कहानियाँ और मुक्त छन्द कविताएँ लिखती हैं। कथा चरित्रों की सजीव कल्पना से उनकी कहानियाँ जीवन्त और मार्मिक बनती है। कहानियों और कविताओं के अतिरिक्त वह जीवन शैली, फैशन और मनोरंजन आदि विषयों पर लिखना पसंद करती हैं। फेमिनिस्ट मुद्दों पर उनके आलेख बिना किसी पूर्वाग्रह के होते हैं।

लेखिका ने लोपक.इन के लिए कई कहानियां और अन्य आलेख लिखे हैं। वह एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत हैं।

ट्विटर संपर्क सूत्र: @MissSingh16

रचनाएं

तृषार

तृषार

लेखक पौराणिक और ऐतिहासिक कथा संदर्भों के पार्श्व में सामयिक और दैनिक जीवन की समस्याओं का समाधान ढूँढने की कोशिश करती कहानियाँ लिखते हैं। उनके कुछ वृत्तांत उनकी अनवरत चलने वाली यात्राओं के भाग हैं। इसके अलावा उनकी रुचि लघुकथा, भारतीय मंदिर स्थापत्य और ललित कला से संबद्ध लेखन में भी है। उनकी शब्दावली में तत्सम शब्दों के अतिरिक्त गुजराती और मराठी का पुट भी होता है।

लेखक पेशे से एक फ्रीलांस आइटी कंसलटेंट और डेटाबेस आर्किटेक्ट हैं।

ट्विटर सम्पर्क सूत्र: @wh0mi_

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गरिमा तिवारी

गरिमा तिवारी

लेखिका कहानियाँ, संस्मरण और कविताएँ लिखती हैं। इनकी कहानियाँ कभी मर्म उकेरती हैं, कभी इनसे मृदुल भावनाएँ टपकती है और कभी पलकें भिंगोने वाली करुणा। उनकी रचनाएँ समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हो चुकी हैं।

लेखिका पेशे से शिक्षिका हैं और एक कुशल गृहिणी हैं।

ट्विटर संपर्क सूत्र: @Garima1907

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सूर्यांश शर्मा

सूर्यांश शर्मा

 

मंडली का सबसे युवा सदस्य होने के नाते लेखक को मंडली का प्रशिक्षु लेखक कहा जा सकता है। वह अपने छोटे अनुभव को अवलोकन के धागे में पिरोकर कहानियाँ और संस्मरण लिखते हैं। राजनीति में संघ से जुड़े मामलों से उनका गहरा अनुराग है।

लेखक सूचना प्रौद्योगिकी अभियांत्रिकी के छात्र हैं और साथ ही वह मंडली के तकनीकी मामले भी देखते हैं।

ट्विटर संपर्क सूत्र: @SuryaSh8055

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