मेरी गर्लफेंड: भाग-12 गतांक से आगे… पूजा के जाते ही रुचि ने मुझे कहा, “वह लड़की कपिल की नहीं तुम्हारी गर्लफ्रैंड थी ना?… Continue reading “मेरी गर्लफेंड: भाग-12”…
नाम में क्या रखा है! गुलाब का नाम कुछ और होता तो भी वह सुगंधित ही होता। शायद इसी आधार पर शेक्सपीयर ने कहा कि… Continue reading “नाम में क्या रखा है!”…
नागरिकता संशोधन विधेयक: देर आए दुरुस्त आए नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी पास हो गया है। राष्ट्रपति के विधेयक पर हस्ताक्षर के… Continue reading “नागरिकता संशोधन विधेयक: देर आए दुरुस्त आए”…
नारी सम्मान में पुरुष भागीदारी घमंड तोड़ना है उसका। कैसे? चेहरे पर घमंड है तो एसिड डाल कर चेहरा बदसूरत कर दो। चरित्र पर लांछन… Continue reading “नारी सम्मान में पुरुष भागीदारी”…
मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-11 … गतांक से आगे मेरी वजह से पूजा का करियर ख़राब हो जाएगा, ऐसा सोचकर मैं मन ही मन शर्म… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-11”…
महाराष्ट्र का थ्रिलर: क्लाइमेक्स या एंटी-क्लाइमेक्स जिस जिस पर ये जग हँसा है उसी ने इतिहास रचा है … शायर संजय राउत यह शेर गुनगुना रहे… Continue reading “महाराष्ट्र का थ्रिलर: क्लाइमेक्स या एंटी-क्लाइमेक्स”…
जोतकर नहीं जीतकर आया हूँ मेरा उद्यम ऐसा है कि फुरसत मुझे मिलती नहीं, फ्री कभी मैं होता नहीं। कभी क्लाइंट की खुशी के लिए… Continue reading “जोतकर नहीं जीतकर आया हूँ”…
जेएनयू: बौद्धिक विमर्श केन्द्र या स्वयं बहस का विषय तीन साल पहले मैं जेएनयू गया था। पढ़ने नहीं, मैं पहले से ही पढ़ुआ हूँ – ईए-बीए पास। डिग्री बता… Continue reading “जेएनयू: बौद्धिक विमर्श केन्द्र या स्वयं बहस का विषय”…
वो लिज़लिज़ी सी छुअन होली का अगला दिन,पाँचवीं बोर्ड के एक्ज़ाम। रोज़ की तरह भोर में तीन-चार बजे ही उठा दिया गया। उस दिन… Continue reading “वो लिज़लिज़ी सी छुअन”…
सौहार्दपूर्ण और समावेशी न्याय 9 नवंबर की सुबह मुझे और मेरे मित्र को सड़क मार्ग से बिहार से दिल्ली आना था। 8 नवम्बर की… Continue reading “सौहार्दपूर्ण और समावेशी न्याय”…
शिवसेना आत्मघाती कदम की ओर महाराष्ट्र में चुनाव परिणाम आने के करीब 15 दिन के बाद कल बहुत सारे राजनीतिक उठा-पटक, आरोप प्रत्यारोप, शह-मात, बयानबाजी… Continue reading “शिवसेना आत्मघाती कदम की ओर”…
महाराष्ट्र सरकार या वीरबल की खिंचड़ी कम ही लोग जानते हैं कि ‘वीरबल की खिंचड़ी’ पकने में देरी इसलिए हुई क्योंकि खिंचड़ी का चावल दाल की… Continue reading “महाराष्ट्र सरकार या वीरबल की खिंचड़ी”…
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का स्मॉग मत कहो आकाश में कोहरा घना है, यह किसी की व्यक्तिगत आलोचना है। सूर्य हमने भी नहीं देखा सुबह का,… Continue reading “राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का स्मॉग”…
पर्यावरण प्रदूषण के कारक देश की राजधानी दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र कहे जाने वाले कुछ अन्य शहर पिछले एक सप्ताह से दमघोंटू हवा… Continue reading “पर्यावरण प्रदूषण के कारक”…
मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-10 … गतांक से आगे मैं फर्स्ट ईयर पूरा करने के सपने खुली आँखों से देख रहा था। सेकेंड ईयर शुरू… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-10”…
जय छठी मईया! सारे पर्व ही आस्था पर आधारित होते हैं लेकिन छठ पूजा को लोक आस्था का महापर्व कहा जाता है। यह… Continue reading “जय छठी मईया!”…
भाई दूज सबसे प्यारा रिश्ता कौन सा है, इस पर कोई बहस ही सारे रिश्तों का अपमान है लेकिन भाई-बहन के रिश्ते… Continue reading “भाई दूज”…
मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-9 … गतांक से आगे शरीफ़ ने मैसेज करके मुझे कहा कि मैं माँ को लेकर कहीं जाऊँ ताकि वो दोनों… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-9”…
तरुण भवतारिणी नाट्य कला परिषद उन दिनों दीपावली से लेकर छठ पूजा तक बिहार में अनेक गाँवों की नाट्य समितियाँ नाटकों का मंचन करती थीं।… Continue reading “तरुण भवतारिणी नाट्य कला परिषद”…
मुस्कुराइए, आप मंडली.इन पर हैं! हँसी जिन्दादिली का प्रतीक है, मुस्कुराहट जीवन्तता का प्रमाण। हँसी लाख दवाओं की एक अचूक दवा है, मुस्कुराहट स्वयं के… Continue reading “मुस्कुराइए, आप मंडली.इन पर हैं!”…
कमलेश तिवारी: आक्रोश स्वाभाविक, चिन्तन आवश्यक एक ऐसे व्यक्ति की हत्या हुई है जिसके कई बयानों का मैं समर्थन नहीं कर सकता, लेकिन विचारधारा व अभिव्यक्ति… Continue reading “कमलेश तिवारी: आक्रोश स्वाभाविक, चिन्तन आवश्यक”…
व्यंजनों पर घमासान का समाधान अधिकतर लोग जीने के लिए खाते हैं। कुछ खाने के लिए ही जीते है। आजकल कुछ लोग सिर्फ लड़ने के… Continue reading “व्यंजनों पर घमासान का समाधान”…
मेरी गर्लफ्रेंड-8 … गतांक से आगे मैथ्स के एग्जाम से यह पता चल गया था कि पूजा मेरा भला ही चाहती है।… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड-8”…
बेबसी होश में आने के बावजूद शिव में आँख तक खोलने की हिम्मत नहीं बची थी। तभी दहिने हाथ पर कुछ… Continue reading “बेबसी”…
मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-7 … गतांक से आगे मैं एकदम पगलाकर आसपास बैठे सभी लड़कों को फ़ोन के उस फोल्डर में मेरी फोटोज़ दिखाने… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-7”…
मंदी है या नहीं? ‘जबरदस्त मंदी है’, ‘मंदी है’, ‘कथित रूप से मंदी है’, ‘कहाँ है मंदी’ … ‘5 ट्रिलियन इकॉनमी’ की बकैती के… Continue reading “मंदी है या नहीं?”…
यादों की खिड़की के दो पल्ले रूम सर्विस वाला लड़का कह रहा था, “दिस इज द बेस्ट होटल इन दिल्ली सर, ये सामने विंडो पेन का… Continue reading “यादों की खिड़की के दो पल्ले”…
विजयादशमी कलियुग के बारे में कहा जाता है कि यह अन्य युगों से कई कारणों से भिन्न है। इस युग की… Continue reading “विजयादशमी”…
जो फिट है वो हिट है कुदरती काया को कांतिमान, कमनीय, करिश्माई, और कातिल बनाए रखने के लिए कयामत की क्रेज के बीच कमाल की कॉमेडी… Continue reading “जो फिट है वो हिट है”…
मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-6 … गतांक से आगे पूजा का मोबइल, सोनी वॉकमैन सिरीज़ का डब्ल्यू8 मॉडल, मेरे हाथ में था। मोबाइल पर एक… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-6”…
150 वीं जयन्ती पर गाँधी की भारत यात्रा अपनी 150 वीं जयन्ती पर गाँधी जी ने भारत भूमि पर आने का फैसला किया। कुछ सच्चे गाँधीवादियों ने उन्हें… Continue reading “150 वीं जयन्ती पर गाँधी की भारत यात्रा”…
प्रहार रात भर से सोई नहीं थी, किन्तु मन प्रफुल्लित था। मुख पर आज अतिरिक्त कान्ति थी। रात को केवल कुछही… Continue reading “प्रहार”…
पर्यावरण का डमरू जलवायु परिवर्तन पर जारी बहस के बीच आदर्श स्थिति यह है कि विकास की भूख और पर्यावरण की चेतना के… Continue reading “पर्यावरण का डमरू”…
मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-5 …गतांक से आगे उसके यह कहने की देर ही थी कि मैंने उसका हाथ थाम लिया और मन ही मन… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-5”…
हेल्लो माँ हेल्लो माँ! हाँ, हैलो! “आवाज नहीं आ रही, बाहर आओ”, मैंने कहा। “हाँ बेटा, ठीक है?”, माँ बोली। ह्म्म! खाना… Continue reading “हेल्लो माँ”…
कॉरपोरेट योग्यता बनाम अयोग्यता कुछ दिनों पहले एक ट्वीट पढ़ा था कि अयोग्यता से अधिक बुरा तब लगता है जब अयोग्यता पुरस्कृत होती है।… Continue reading “कॉरपोरेट योग्यता बनाम अयोग्यता”…
विश्व पटल पर भारत की गूँज: #HowdyModi आम तौर पर बहु को ससुराल में मिलने वाला मान उसके मायके की समृद्धि का समानुपाती होता है। उसी तरह… Continue reading “विश्व पटल पर भारत की गूँज: #HowdyModi”…
मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-4 … गतांक से आगे मैं हमेशा यही सोचता था कि जब पूजा को प्रोपोज़ करूँगा तो आसपास फिल्मी माहौल रखूँगा… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-4”…
माइक महारथी बनने का संघर्ष हम अपनी ही नहीं बल्कि दूसरों की सफलता को भी सेलिब्रेट करते हैं। यहाँ यह भी जोड़ देना उचित होगा… Continue reading “माइक महारथी बनने का संघर्ष”…
बंदा आचे 2010 में जब पहली बार ‘बाँदा आचे’ पहुँचा तो मैं यह जानने को बहुत उत्सुक था कि सुनामी ने कहाँ… Continue reading “बंदा आचे”…
एक आवारा सा सपना सपने भी लोगों की तरह होते हैं। कुछ चरित्रवान, कुछ धीर गंभीर, कुछ शोख, कुछ अल्हड़, कुछ सुंदर और कुछ… Continue reading “एक आवारा सा सपना”…
मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-3 … गतांक से आगे एक पल को सारी प्लानिंग और चालाकी बेवजह सी लगी। मैं क्लास में अंदर जाने की… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-3”…
राजभाषा हिन्दी पर एक मत हिन्दी मेरी मातृभाषा है। जब मैं तीन साल का हुआ तो पट्टी पूजा हुई और मेरा हाथ पकड़ कर अम्माजी,… Continue reading “राजभाषा हिन्दी पर एक मत”…
राष्ट्र भाल की बिन्दी: अपनी हिन्दी अभिव्यक्ति और संवाद के माध्यम भाषा के बिना मानव सभ्यता के स्वरुप की कल्पना करने पर वह मानव शरीर दिखता… Continue reading “राष्ट्र भाल की बिन्दी: अपनी हिन्दी”…
निश्चल सा कच्चा सा प्रेम दिन के एक बजे दिल्ली की उमस वाली गर्मी में मैं मेट्रो स्टेशन पर खड़ा पगला रहा हूँ। क्लाइंट को… Continue reading “निश्चल सा कच्चा सा प्रेम”…
मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-2 … गतांक से आगे उसे देखकर कहने मात्र को मेरे पैर ज़मीन पर थे। कल्पनाओं के सातवें आसमान से ऊपर… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-2”…
इसरो: संपर्क टूटा, संकल्प नहीं अधिकांश देशवासियों की तरह मैंने भी रात में जागकर विक्रम की चन्द्रमा के दक्षिणी छोर पर चिर प्रतीक्षित लैंडिंग को… Continue reading “इसरो: संपर्क टूटा, संकल्प नहीं”…
चालान पर चर्चा बचपन से सुनते आ रहे हैं कि अनुशासन ही देश को महान बनाता है लेकिन अनुशासन से देश अब तक… Continue reading “चालान पर चर्चा”…
संतो चाची उम्र के इस पड़ाव पर अब हम इस पीढ़ी और हमारी पीढ़ी की बात कर सकते हैं। ‘हमारा ज़माना अलग… Continue reading “संतो चाची”…
एक कप और कलकत्ता के हरियाणा स्वीट्स के बाहर चाय की टपरी की चरमराती बेंच पर बैठे युवक ने एक और चाय माँगी,… Continue reading “एक कप और”…
मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-1 मेरा नाम बताना तब तक मायने नहीं रखता जब तक यह उसके होंठों से ना बताया जाए। मैं अकेला लड़का… Continue reading “मेरी गर्लफ्रेंड: भाग-1”…
उजड़े दरबार के बेराग दरबारी रानी की कोख से राजा के पैदा होने का क्रम लोकतंत्र में रुक जाने की अपेक्षा थी लेकिन राजनीतिक एकाधिकार… Continue reading “उजड़े दरबार के बेराग दरबारी”…
सावरकर: उन्होने दूसरा रास्ता चुना! युद्ध का माहौल हो और आपका देश जल रहा हो। दुश्मन अत्याचार कर रहे हों, आप और पूरा देश लड़ाई… Continue reading “सावरकर: उन्होने दूसरा रास्ता चुना!”…
श्रम, कौशल, चातुर्य और प्रतिबद्धता की प्रतिमूर्ति अरुण जेटली की उम्र मात्र 66 वर्ष थी। अनंत यात्रा पर जाने के लिए यह बहुत छोटी आयु है किंतु… Continue reading “श्रम, कौशल, चातुर्य और प्रतिबद्धता की प्रतिमूर्ति”…
वैशाखनन्दन का भाषण जिन बैलों से अपना खेत जोतकर हम खुश होते हैं, वे कहीं ये तो नहीं सोचते कि वे हमें बुड़बक… Continue reading “वैशाखनन्दन का भाषण”…
नेह की पहली पाती हमारी स्थिति लगभग वैसे ही थी, जैसे कक्षा दसवीं के बाद होती है। क्या विषय लें, क्या ना लें। गणित… Continue reading “नेह की पहली पाती”…
चिदूगेट के बाद धरने पर लोकतंत्र देश के पूर्व गृह व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की गिरफ्तारी पर पूरे देश ने राहत की साँस ली है।… Continue reading “चिदूगेट के बाद धरने पर लोकतंत्र”…
कांग्रेस किधर प्रवृत्त है! कांग्रेस पर अपने पिछले लेख में मैंने लिखा था कि कांग्रेस को अब सिर्फ भाग्य ही बचा सकता है क्योंकि… Continue reading “कांग्रेस किधर प्रवृत्त है!”…
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है! मनुष्य सामाजिक प्राणी है, ऐसा मनुष्य अपने आप को कहता है। पशु-पक्षी-वृक्ष आदि इस विषय में क्या सोचते हैं, इस… Continue reading “मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है!”…
साहुन – भाग 3 … गतांक से आगे साहुन: …पर बाबू ठाकुर के जीवन मे मेरे उस प्रेम का कोई स्थान नहीं था। परिवार,… Continue reading “साहुन – भाग 3”…
स्टार्ट-अप के लिए विशाल अनछुआ क्षेत्र भारत को ठीक से समझने वाले बहुत लोग हैं लेकिन उनमें से अधिकांश को नीति निर्माण की समझ नहीं। दूसरी… Continue reading “स्टार्ट-अप के लिए विशाल अनछुआ क्षेत्र”…
हम वह भी कर गुजरेंगे! अपार हर्ष और उत्साह के साथ भारत आज 73वां स्वतन्त्रता दिवस मना रहा है। सन 712 में इस्लामिक आक्रांता मुहम्मद… Continue reading “हम वह भी कर गुजरेंगे!”…
ट्रॉलिंग के कुछ अध्याय कुछ साल पहले फ़ेसबुक पर अचानक एक पोस्ट आँखों के सामने आया। कई बार पढ़ा, हर बार हँसी आयी। यह… Continue reading “ट्रॉलिंग के कुछ अध्याय”…
कांग्रेस कार्यसमिति बैठक – टाँय-टाँय फिस्स सरकारी क्षेत्रों तक पहुँच रखने वाले पहुँचे हुए लोग अक्सर कहते हैं कि सरकारी बैठकों का सबसे बड़ा हासिल ‘फिरी’… Continue reading “कांग्रेस कार्यसमिति बैठक – टाँय-टाँय फिस्स”…
बच्चों में भी भेद! अनदेखे ख़्वाबों की दो आँखें, जिन्होंने स्वप्न देखने की आयु से पूर्व दु:स्वप्न देख आँखें मूँद लीं। जो क़दम अभी… Continue reading “बच्चों में भी भेद!”…
कश्मीर पुर्नगठन बिल: ऐतिहासिक त्रुटि का परिमार्जन कश्मीर पुनर्गठन बिल सही मायने में एक ऐतिहासिक कदम है। 35A की छुट्टी, 370 का खात्मा, लद्दाख को अलग केंद्र… Continue reading “कश्मीर पुर्नगठन बिल: ऐतिहासिक त्रुटि का परिमार्जन”…
कश्मीर का नया बिहान जीवन में वह क्षण बहुत खास होता है जब आप गलत सिद्ध कर दिए जाएं या हो जाएं लेकिन आपको… Continue reading “कश्मीर का नया बिहान”…
क्या होगा कश्मीर में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के हालिया जम्मू-कश्मीर दौरे के बाद राज्य में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती में भारी बढ़ोतरी… Continue reading “क्या होगा कश्मीर में”…
फूड ऐप पर फुटेज दो-तीन दशक पहले तक समाजवादी आर्थिक नीतियों में जकड़ा भारत मुक्त अर्थव्यवस्था की प्रगति में अकड़ने लगा है, हालांकि सरकार… Continue reading “फूड ऐप पर फुटेज”…
साहुन – भाग 2 … गतांक से आगे साहुन तेजी से घर की ओर बढ़ रही थी। आज डगरू की रिहाई थी। घर पहुँचकर… Continue reading “साहुन – भाग 2”…
भाग्य भरोसे कांग्रेस कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी को पद से इस्तीफा दिए दो माह से अधिक हो चुके हैं। लेकिन कांग्रेस… Continue reading “भाग्य भरोसे कांग्रेस”…
एक अधूरा प्रेम पत्र चाह हो तो राह मिल ही जाती है। मैं पुरानी दिल्ली में नई सड़क की खाक कब से छान रहा… Continue reading “एक अधूरा प्रेम पत्र”…
कम्पट वाले बाबा युवावस्था एक बहता दरिया है जिसमे उमंग की तरंगें उठतीं हैं और उत्साह हिलोरें मारता है। इस बहाव में प्रवाह… Continue reading “कम्पट वाले बाबा”…
बाढ़ राहत की महिमा जनसंख्या में ज्यामितीय वृद्धि और संसाधनों की अंकगणितीय वृद्धि के बीच संतुलन स्थापित करने के लिए प्रकृति रौद्र रुप धारण… Continue reading “बाढ़ राहत की महिमा”…
डिवोर्स रेट डिबेट हां, डॉक्टर! उस उत्तेजना में मैं यह भूल गयी कि वह एक नशे में धुत ट्रक ड्राइवर है। मुझे इस… Continue reading “डिवोर्स रेट डिबेट”…
तो क्या मैं भी … ढ़ेले के मोल भी नहीं बिकती संवेदना तो क्या मैं भी चंट बनूँ बात बात में उठती निष्ठुर वेदना तो… Continue reading “तो क्या मैं भी …”…
पुस्तक समीक्षा: गंजहों की गोष्ठी साकेत सूर्येश की पुस्तक ‘गंजहों की गोष्ठी’ पर यह समीक्षात्मक लेख मैं अज्ञेय की सलाह की अवहेलना करते हुए लिख… Continue reading “पुस्तक समीक्षा: गंजहों की गोष्ठी”…
बिहार: इस रात की भी सुबह होगी बिहार का मिथिलांचल क्षेत्र बाढ़ की विभीषिका झेल रहा है। विडंबना देखिए, यही क्षेत्र दो सप्ताह पहले तक पेय जल… Continue reading “बिहार: इस रात की भी सुबह होगी”…
साहुन – भाग 1 सुरेश: साहुन भउजी आज कहाँ बिजली गिराते हुए चली जा रही हो? साहुन: साथ चलो, बताती हूँ। सुरेश: बाबू ठाकुर… Continue reading “साहुन – भाग 1”…